11/11/2015

Great Motivational Story in Hindi

आओ जाने सफल होने की वजह 
Success
Success
आज के लेख की शुरुआत मैं एक हिंदी गाने की प्रथम पंक्ति से कर रहा हूँ| ये गीत कई बार मन में गुनगुनाने के बाद मुझे इस गीत की पंक्ति में छिपी हुई प्रेरक बात नज़र आई| जो मैं आज आप सभी से साझा कर रहा हूँ|

क्यों एक इंसान जीवन भर संघर्ष करता रहता हैं और सम्पूर्ण जीवन काल में कुछ भी हासिल नहीं कर पाता है या फिर बहुत थोडा ही हासिल कर पाता हैं| दूसरी ओर उसके जैसा ही दूसरा इंसान बिना थके, बिना रूके सफलता की डगर पर आसानी से चलता रहता हैं और वह सब हासिल कर लेता हैं जिसकी वह इच्छा करता हैं| क्यों एक इंसान जीवन भर सिर्फ दुःख ही भोगता है और क्यों दूसरा इंसान सुखी और आरामदायक जीवन व्यतीत करता हैं| इन सब बुरे हालातो के पीछे किसका हाथ हैं कौन हैं वह जो हमें जीवन में आगे नहीं बढ़ने देता हैं| उस इंसान का नाम क्या हैं वह कहाँ रहता हैं | इस सवाल के जवाब के लिए आपको कुछ ज्यादा नहीं करना हैं सिर्फ एक आईने के सामने खड़ा होना हैं और उस आईने में खड़े इंसान को आप अपनी सभी असफलताओ का जिम्मेदार ठहरा सकते हैं | हाँ, आप ही है वह इंसान जो आपकी सभी असफलताओ के लिए उतरदायी हैं | हाँ, आप ही हैं अपने जीवन में मुस्कुराने की वजह, गुनगुनाने की वजह, कुछ पाने की वजह, कुछ न पाने की वजह, आपके अलावा और कोई दूसरा व्यक्ति इसका जिम्मेदार नहीं हैं

असफलता के जिम्मेदार आप

आलस्य

अगर आपके जीवन में आलस्य की अधिकता हैं तो आपके सफल होने में संदेह हैं| आपको अपनी सफलता के इस दुश्मन को पहचानना चाहिए और जल्द से जल्द इससे छुटकारा पाना चाहिए| आलस्य व्यक्ति के जीवन में निरसता लाता हैं आपकी प्रेरणा शक्ति को मार देता हैं| आपकी कुछ पाने की इच्छा शक्ति को समाप्त कर देता हैं| जो भी व्यक्ति इस दुनिया में सफल हुए हैं उन्होंने कभी भी आलस्य नहीं किया| अत: हमे अपने जीवन में सफलता का समावेश करने के लिए आलस्य को अपनी दिनचर्या से निकलना चाहिए|

काम से जी(मन) चुराना

अगर आपका किसी भी काम में मन नहीं लगता हैं | कार्य के सामने आते ही आप भयभीत से हो जाते हैं और कार्य को शुरू ही नहीं कर पाते हैं तो आपका सफल होना बहुत ही मुश्किल हो जाता हैं| अत: आपको काम से जी नहीं चुराना चाहिए| और आपकी सफलता के रास्ते में आने वाली इस बाधा को हटा देना चाहिए|

काम को पूरा न करना

कुछ व्यक्ति बड़े उत्साह से कार्य को शुरू करते हैं | और बहुत ही तीव्रता से कार्य को पूर्ण करने में लग जाते हैं | पर जैसे-जैसे समय बीतता हैं उनके कार्य करने की गति धीमी हो जाती हैं | उनमे कार्य को करने की शक्ति क्षीण हो जाती हैं | और वे आवश्यक कार्य को पूर्ण नहीं करते हैं | अत: हमें अपनी सफलता के इस बाधक को अपने मार्ग से जल्द से जल्द हटाना चाहिये|

क्रोध

कुछ व्यक्तियों में क्रोध की अधिकता होती हैं | वे बात-बात पर क्रोध करते हैं| क्रोध उनकी अक्ल को खा जाता हैं | और वे सही समय पर सही निर्णय नहीं ले सकते हैं| और असफल हो जाते हैं|

बिना वजह चिंता

कुछ लोग बिना वजह भविष्य की कल्पनाओ के बारे में चिंता करते रहते हैं| वे अपनी आज की स्थिति और भविष्य में क्या होगा के बारे में गंभीर चिंता में खोये रहते हैं | और कुछ भी कार्य करने में अपने आप को असमर्थ पाते हैं|

लक्ष्य न साधना

जब व्यक्ति अपने लक्ष्य को नहीं साधता है तो वह लक्ष्य के अभाव में सफलता के सही रास्ते पर नहीं चल पाता हैं | और धीरे-धीरे रास्ते से भटक जाता है | ऐसा करने से वह सफलता से कोसो दूर हो जाता हैं|

कठिन परिश्रम न करना  

हम अपने जीवन में अपनी इच्छानुसार पाना तो सब कुछ चाहते है लेकिन जब चीजों को पाने के लिए कठिन परिश्रम की जरूरत होती हैं तो हम अपने कदम पीछे हटा लेते हैं| बिना कठिन परिश्रम कुछ भी संभव नहीं हैं| किसी भी कार्य को पूर्ण करने की योग्यता हासिल करने के बहुत कड़ी मेहनत करनी होती हैं| अगर हम कड़ी मेहनत करते हैं तो हमारा भाग्य स्वत: ही चमक जाता हैं |

बहाने बनाना

बहुत से असफल लोग बहाने बनाते रहते हैं | वे अपनी असफलता के पीछे कोई न कोई बहाना पहले ही सोच लेते हैं| वे कहते हैं कि मेरे असफल होने का कारण- मेरी उम्र अधिक होना हैं, मेरी उम्र कम होना हैं, मेरा शरीर स्वस्थ नहीं हैं, मैं दिखने में सुन्दर नहीं हूँ, मेरी किस्मत अच्छी नहीं हैं ऐसे हजारों बहाने हम अपनी असफलताओ से जोड़ लेते हैं| और अपने आप को संतुष्ट कर लेते हैं| तो हमें इन अनगिनत बहानो की सूची से बहार निकलकर सफलता के मार्ग को खोजना चाहिए|

अपनी असफलताओ के लिए किसी को दोषी मत कहों


अब हम अपनी असफलताओ के जिम्मेदार सभी कारणों को जान गए हैं | हम जान गए हैं कि इस असफलता के जिम्मेदार हम और सिर्फ हम ही हैं| कोई अन्य व्यक्ति या परिस्थिति इन सब के पीछे जिम्मेदार नहीं हैं| 


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